IAS Uma Harathi N Success Story in Hindi. उमा हरथी एन बायोग्राफी, आयु, शिक्षा, मार्कशीट : उमा हरथि का जन्मग्राम नालगोंडा जिले में हुआ है। वह यहीं से पढ़ाई की शुरुआत की है। उमा के पिता एन वेंकटेश्वरलू नारायणपेट जिले के पुलिस अधीक्षक हैं। उमा ने बचपन से ही IAS अफसर बनने का सपना देखा है। जब उमा अपने पिता को वर्दी पहने देखती थी, तो उससे काफी प्रभावित होती थी।
उमा हरथी पांचवें प्रयास के बाद आईएएस अधिकारी बनी
IAS Uma Harathi N Success Story: आपको समझाने के लिए बता दे कि उमा हरथी का यह सफर सरल नहीं था। वे अपने मुख्य परीक्षा में कम अंक प्राप्त करने के कारण अपने तीसरे प्रयास में असफल रहीं। इसके बाद उनके चौथे प्रयास की एक महत्वपूर्ण मोड़ थी, क्योंकि उन्हें यह एहसास हुआ कि भूगोल उनके लिए उचित नहीं था और उन्होंने मानवीय विज्ञान का चयन किया। इस विषय ने उमा हरथी को आत्मनिरीक्षण करने और खुद को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की, जिससे उन्हें इस परीक्षा में सफलता मिली।
आईएएस उमा हरथी एन का जीवन परिचय – IAS Uma Harath N Biography in Hindi
आपका काम जरा मुश्किल हो सकता है, लेकिन अगर आपके मन में दृढ़ निश्चय है तो आप हर परीक्षा में सफल हो सकते हैं। हालांकि, केवल कुछ उम्मीदवार ही इस कठिन परीक्षा में सफल होते हैं। यदि आप यूपीएससी परीक्षा में मेहनत से उत्तीर्ण होते हैं, तो आपको उस कार्य की प्राप्ति होती है। आज हम बात करेंगे एक मेहनती आईएएस अफसर की, जिसका नाम उमा हरथी है। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में कड़ी मेहनत के बाद सफलता प्राप्त की है।
नाम | उमा हरथी एन |
रोल नंबर | 1019872 |
गृहनगर | तेलंगाना |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
प्रयासों की संख्या | 5 |
नागरिकता | भारतीय |
धर्म | हिंदू |
शिक्षा | बीटेक सिविल इंजीनियरिंग |
यूपीएससी 2022 में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली उमा हरथी का जन्म तेलंगाना के नलगोंडा जिले के एक छोटे शहर में हुआ था। इसके बाद उन्होंने आईआईटी हैदराबाद से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। यूपीएससी परीक्षा में कठिनाईयों के बावजूद, उन्होंने पांच बार प्रयास नहीं छोड़ा। यूपीएससी की परीक्षा में सफलता के लिए, उमा को उनके पिता ने प्रोत्साहित किया था, जोकि नारायणपेट की पुलिस अधीक्षक हैं। उनकी संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा में नंबर 3 एआईआर के साथ, वर्ष 2022 में, उमा ने परीक्षा पास की।
IAS Uma Harath N की शिक्षा: आईआईटी हैदराबाद से बीटेक पास
उमा ने आईआईटी, हैदराबाद से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह अपने बचपन के सपने को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाया और यूपीएसएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।
उमा हरथी के यूपीएससी में मार्क्स व मार्क शीट
उमा हरथी एन ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में कुल 1060 अंक प्राप्त किए हैं। उमा हने लिखित परीक्षा में 873 और इंटरव्यू में 187 मार्क्स प्राप्त किए हैं। मुख्य परीक्षा में निबंध (Essay) के पेपर में उमा को 119 नंबर मिले, सामान्य अध्ययन पेपर एक, दो, तीन और चार में क्रमश: 113, 116, 100 और 132 अंक प्राप्त हुए। ऐच्छिक विषय एन्थ्रोपोलॉजी (Anthropology) के पहले पेपर में 146 और दूसरे पेपर में 147 मार्क्स मिले हैं।
विषय | प्राप्त अंक |
निबन्ध (पेपर-I) | 119 |
सामान्य अध्ययन-I (पेपर-II) | 113 |
सामान्य अध्ययन-II (पेपर-III) | 116 |
सामान्य अध्ययन-III (पेपर-IV) | 100 |
सामान्य अध्ययन-IV (पेपर-V) | 132 |
वैकल्पिक विषय-I (नृविज्ञान) (पेपर-VI) | 146 |
वैकल्पिक विषय-II (नृविज्ञान) (पेपर-VII) | 147 |
लिखित परीक्षा | 873 |
साक्षात्कार | 187 |
कुल प्राप्त अंक | 1060 |
उमा हरथी ने यूपीएससी परीक्षा कैसे पास की?
IAS Uma Harathi N Success Story: उमा की ज़िन्दगी में बहुत संघर्ष रहा है, क्योंकि उसने यूपीएससी परीक्षा में पांचवीं कोशिश में ही सफलता हासिल की है। लेकिन इससे पहले उमा को कई बार निराशा का सामना करना पड़ा है।
फिर भी उन्होंने निराश न होते हुए अपने लक्ष्य को पूरा कर लिया। उनके पिता का सपना था कि उनकी बेटी आईएएस अधिकारी बने, और उन्होंने अपने पिता का सपना पूरा किया। उमा का मानना है कि इस सफलता में उनके पिता का बहुत योगदान है।
उमा कहती है कि यदि उनके पिता उन्हें सहारा नहीं देते तो वह अभिलाषित मुकाम तक कभी नहीं पहुंच पाती।
उमा ने इस यूपीएससी परीक्षा में पहले और दूसरे पेपर में केवल प्रीलिम्स ही पास किये, लेकिन मेन्स परीक्षा में उन्हें कामयाब नहीं हो पाने के कारण तीसरे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंच गई थी।
लेकिन उनके अच्छे अंक नहीं मिले इसके चलते वह थोड़ा निराश हो गई, फिर भी उमा निराशा के बिना प्रयास कर रही थी। लेकिन जब एक मौका आया तो उनकी जीवन में वह मोड़ आया जिसके बाद उनकी ताकत टूट गई।
जब उमा ने चौथे प्रयास में यूपीएससी का पेपर दिया था, वह इस प्रयास में असफल हो गई और निराशा ने उन्हें घेर लिया। परंतु उनके पिता ने उन्हें समझाया कि वह किस समस्या की वजह से असफल हो रही हैं।
उसके बाद उमा ने अपना वैकल्पिक विषय भूगोल को छोड़कर एंथ्रोपोलॉजी का चयन किया और इसके बाद वह पांचवें प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
उमा ने इन असफलताओं से सीखा कि उन्हें सोचने का समय मिला कि वह खुद को कैसे सुधार सकती हैं और यह भी सोचा कि उनकी गलतियों से उन्हें आत्मनिरीक्षण करने का मौका मिला, जिससे कि वह अपने जीवन को और अच्छे से समझ सके।
यूपीएससी परीक्षा उमा के लिए बहुत कठिन है, क्योंकि किसी व्यक्ति के लिए चार बार असफल होना निराशाजनक होने के समान है, लेकिन फिर भी उमा की प्रशंसा की जरूरत है।
वे हार नहीं मानते हुए एक बार फिर प्रयास किया और ईश्वर ने इस बार उन्हें साथ दिया। वहने अपनी मेहनत से भारतवर्ष भर में तीसरे स्थान को हासिल किया और अपनी मेहनत को सफल बनाया, पिताजी के सपने को पूरा करते हुए।
उमा कहती हैं कि असफलता एक समस्या है जो हमारे सामने आती है। हमें यह स्वीकार करना चाहिए और देखना चाहिए कि क्या हमारी कोई कमी है। फिर हमें इसे सुधारना चाहिए। उमा ने यहां से प्रेरणा लेकर अपना सपना पूरा किया है। हमें अपने जीवन में हार मानने की इजाजत नहीं होनी चाहिए और हमेशा अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना चाहिए।
उमा हरथी आईएएस की तैयारी की रणनीति
IAS Uma Harathi N Success Story: उमा ने पहले एक सरल सारणी तैयार की थी जिसे 3 साल तक उसने अनुसरण किया था। उमा के मुताबिक यूपीएससी की परीक्षा के लिए ध्यान केंद्रित रहना बहुत महत्वपूर्ण है। शायद इसी कारण से वह चार परीक्षाओं में सफल हुई हैं।
यूपीएससी के सिलेबस को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, हमें इस बात को पहले से ही तय करना चाहिए कि हम किस विषय से अपनी शुरुआत करेंगे। यूपीएससी का सिलेबस बहुत बड़ा होता है।
विद्यार्थियों को उपयोगी होगा कि वे यूपीएससी परीक्षा के पहले के प्रश्न पत्रों का हल करें। पुराने पेपर आपको पिछली परीक्षाओं के सवालों और उनके जवाबों के पैटर्न में मदद करेंगे।
विद्यार्थी को यूपीएससी परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट करना भी जरूरी है जिससे यह पता चलता है कि आप किन विषयों में अच्छे हैं।
जो भी छात्र UPSC परीक्षा की तैयारी करना चाहता है, उसे कक्षा 6 से 12 तक की NCERT पुस्तकें पढ़नी चाहिए। यह पुस्तकें लगभग सभी विषयों को कवर करती हैं, लेकिन इन पर गहन अध्ययन करना आवश्यक है।
छात्र को सबसे ज्यादा इस बात का ध्यान देना चाहिए कि वह वैकल्पिक विषय चुनने से पहले इसकी विचारशक्ति और समझदारी से सोचें, क्योंकि उमा ने भी अपने वैकल्पिक विषय के कारण 4 बार असफलता का सामना करना पड़ा।
किसी भी छात्र को तय किसी विषय की जगह दूसरी विषय को चुनने की जरूरत नहीं है। इसलिए, उचित प्लानिंग और सोचविचार के बाद ही अपने विषय का चयन करना चाहिए।
यूपीएससी परीक्षा को पास करने के लिए विद्यार्थियों को नियमावली बनानी चाहिए और उसके अनुसार दिन या रात में इसका पालन करना चाहिए। कम से कम 1 दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ने की जरूरत होती है।
छात्र को असफलताओं से नहीं डरना चाहिए क्योंकि असफलता ही एक ऐसा मार्ग है जो हमें सफलता की ओर बढ़ाता है। अगर हम असफलताओं से डरेंगे तो हम आगे जीवन में कुछ नहीं कर सकेंगे।
इसलिए हमें अपनी गलतियों से सीख लेकर सफलता की ओर प्रयास करना चाहिए, जिस तरह हमने अपने जीवन में असफलताओं से काफी कुछ सीखा और अपना व्यक्तित्व बेहतर बनाया है। इसी तरह, हर छात्र को भी अपने जीवन में यही आदत दालनी चाहिए।
उमा हरथी आईएएस का वैकल्पिक विषय
IAS Uma Harathi N Success Story: उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए अपना विशेष विषय चुना जैसे कि भूगोल, परंतु उन्हें लगातार विफलताओं का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने ध्यान दिया कि उनका विशेष विषय में अच्छे अंक प्राप्त नहीं हो रहे हैं। इसलिए, उन्होंने अपना विशेष विषय बदलकर उच्चाधिकार जीवविज्ञान (एंथ्रोपोलॉजी) को चुना।
2023 के यूपीएससी परीक्षा में शीर्ष 5 उम्मीदवार
रैंक | अभ्यर्थी | रोल नंबर | कुल प्राप्त अंक | राज्य |
1 | इशिता किशोर | 5809986 | 1094 | उत्तर प्रदेश |
2 | गरिमा लोहिया | 1506175 | 1063 | बिहार |
3 | उमा हरथी एन | 1019872 | 1060 | तेलंगाना |
4 | स्मृति मिश्रा | 0858695 | 1055 | उत्तर प्रदेश |
5 | मयूर हज़ारिका | 0906457 | 1054 | असम |
Conclusion
आपको यहां उमा हरथी के जीवन परिचय के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। यदि आप और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं और और भी कई IAS अधिकारियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यूपीएससी सीएसई 2022 परीक्षा में, उमा हराथी एन ने तीसरी स्थान की प्राप्ति की है। इससे पहले इशिता किशोर और गरिमा लोहिया ने अपनी अच्छी प्रदर्शन के चलते पहले और दूसरे स्थान प्राप्त किए हैं।
उमा हराथी तेलंगाना राज्य के नलगोंडा जिले से हैं और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हैदराबाद से पूरी की है।
उमा हराथी एक छात्रा हैं। वह IIT हैदराबाद में पढ़ाई की है और सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक पढ़ाई की है।
उमा हरथी की उम्र 28 वर्ष है।
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